कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव 2023 में उद्घाटन के समय भाषण देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 50 से अधिक सरकारी योजनाओं के लाभ सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में भेजे जा रहे हैं, और प्रधानमंत्री जन धन योजना (Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana) ने सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
2014 में, भारत सरकार ने प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) की शुरुआत की गयी थी ताकि भारत देश के सभी नागरिकों को उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति के बावजूद वित्तीय सेवाएं मिल सकें, । इस योजना ने वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा दिया है और साथ ही गरीबी को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह योजना सुनिश्चित करती है कि लोगों को विभिन्न प्रकार की वित्तीय सेवाओं का उपयोग करने की सुविधा मिले, जैसे कि बेसिक बचत बैंक खाता, आवश्यकता के हिसाब से क्रेडिट की पहुँच, रेमिटेंस सुविधा, बीमा और पेंशन।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा कि जब 2014 में प्रधानमंत्री जन धन योजना शुरू की गई थी, तो कुछ लोगों ने ऐसा कहते हुए “उपहासपूर्ण” टिप्पणी की थी कि इस योजना के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर जीरो बैलेंस खातों के कारण दबाव आएगा। उन्हों ने यह भी कहा कि आज स्थिति यह है कि इन जन धन खातों में दो लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा है।